
मांगलिक दोष निवारण पाठ
मूल: कुंडली में कई प्रकार के दोष बताए गए हैं, इन्हीं दोषों में से एक है मांगलिक दोष, यह दोष जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है वह मांगलिक कहलाता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के 1, 4, 7, 9, 12वें स्थान या भाव में मंगल स्थित हो तो वह व्यक्ति मांगलिक होता है।
मांगलिक लोगों की खास बातें:मांगलिक होने का विशेष गुण यह होता है कि मांगलिक कुंडली वाला व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी को पूर्णनिष्ठा से निभाता है। कठिन से कठिन कार्य वह समय से पूर्व ही कर लेते हैं, नेतृत्व की क्षमता, उनमें जन्मजात होती है, ये लोग जल्दी किसी से घुलते-मिलते नहीं परन्तु जब मिलते हैं तो पूर्णतः संबंध को निभाते हैं, अति महत्वकांक्षी होने से इनके स्वभाव में क्रोध पाया जाता है परन्तु यह बहुत दयालु, क्षमा करने वाले तथा मानवतावादी होते हैं, गलत के आगे झुकना इनको पसंद नहीं होता और खुद भी गलती नहीं करते।
ये लोग उच्च पद, व्यवसायी, अभिभावक, तांत्रिक, राजनीतिज्ञ, डॉक्टर, इंजीनियर सभी क्षेत्रों में विशेष योग्यता प्राप्त करते हैं।
मांगलिक दोष निवारण पाठ
मूल: कुंडली में कई प्रकार के दोष बताए गए हैं, इन्हीं दोषों में से एक है मांगलिक दोष, यह दोष जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है वह मांगलिक कहलाता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के 1, 4, 7, 9, 12वें स्थान या भाव में मंगल स्थित हो तो वह व्यक्ति मांगलिक होता है।
मांगलिक लोगों की खास बातें:मांगलिक होने का विशेष गुण यह होता है कि मांगलिक कुंडली वाला व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी को पूर्णनिष्ठा से निभाता है। कठिन से कठिन कार्य वह समय से पूर्व ही कर लेते हैं, नेतृत्व की क्षमता, उनमें जन्मजात होती है, ये लोग जल्दी किसी से घुलते-मिलते नहीं परन्तु जब मिलते हैं तो पूर्णतः संबंध को निभाते हैं, अति महत्वकांक्षी होने से इनके स्वभाव में क्रोध पाया जाता है परन्तु यह बहुत दयालु, क्षमा करने वाले तथा मानवतावादी होते हैं, गलत के आगे झुकना इनको पसंद नहीं होता और खुद भी गलती नहीं करते।
Original: There are many types of defects mentioned in the horoscope, one of these defects is Manglik Dosh, the person who is in this horoscope is called Manglik when 1, 4, 7, 9, 12th of a person’s birth chart. If Mars is situated in the place or house, then the person is Manglik.
Special things of mangalik people
The special quality of being Manglik is that a person with Manglik horoscope fulfills his responsibility with full integrity. They do the toughest tasks ahead of time, the ability to lead, they are innate, these people do not get mixed up with anyone quickly but when they meet, they fully play the relationship, being very ambitious, anger in their nature But they are very kind, forgiving and humanist, they do not like to bow down to wrong and do not make mistakes themselves.
These people are highly qualified, businessmen, guardians, tantric, politicians, doctors, engineers in all fields.
क्यों नहीं मिलने चाहिए 36 गुण?
कुंडली के हिसाब से शादी करने वाले लोग लड़के और लड़की का गुण मिलान करते हैं। कुल 36 गुण होते हैं और इसमें से जितने गुण मिल जाएं उतना अच्छा माना जाता है। शादी के लिए कम से कम 18 गुण मिलना जरूरी होता है इससे कम गुण मिलना या 36 गुण मिलना सही नहीं माना जाता क्योंकि भगवान राम और माता सीता के 36 गुण मिले थे। लेकिन शादी के बाद सीताजी को रामजी का साथ बहुत कम मिला, उनका वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहा, इसलिए मेरा मानना है कि अति हमेशा बहुत बुरी होती है चाहे वह गुण का मिलना ही क्यों न हो।
Why should not match 36 qualities?
People who marry according to the horoscope match the qualities of boy and girl. There are a total of 36 qualities and the number of qualities you get from it is considered to be good. It is necessary to get at least 18 qualities for marriage, getting less than this or getting 36 qualities is not considered right because Lord Rama and Mother Sita got 36 qualities. But after marriage, Sitaji got very little with Ramji, his marital life was not happy, so I believe that extreme is always very bad even if it is a merit.
मंगल दोष से पीड़ित जातक करें मांगलिक ग्रह शांति के शास्त्रोक्त उपाय…
यदि किसी जातक की कुण्डली में मंगल दोष उपस्थित हो तो अक्सर उसके विवाह में अड़चन आती हैं, परंतु प्राचीन सिंधु ग्रंथ में इससे बचने के उपाय दिए गए हैं, जो इस प्रकार की अड़चनों व कठिनाईयों से पार पाने में सहायता कर मंगल दोष का शमन करते हैं। धर्म सिंधु ग्रंथ में तत्संबंध में अर्क-विवाह (लड़के के लिए) एवं कुंभ विवाह (लड़की के लिए) कराना चाहिए।
People suffering from Mangal Dosh should do Manglik planet scriptural remedies for peace…
If Mangal Dosha is present in the horoscope of a person, then often there are obstacles in his marriage, but in the ancient Indus Granth, there are ways to avoid it, which would help to overcome such obstacles and difficulties and would mitigate the Mangal Dosh. Huh. In the Religion Sindhu Granth, in connection with this, aka-vivah (for the boy) and Kumbh vivah (for the girl) should be done.
विवाह से पहले किए जाने वाले उपाय :
लड़कियों के लिए कुंभ विवाह, विष्णु विवाह और अश्वत्थ विवाह मंगल दोष के सबसे अधिक प्रचलित उपाय हैं।
अश्वत्थ विवाह ( पीपल पेड़ से विवाह)- गीता में लिखा ‘वृक्षानाम् साक्षात अश्वत्थोहम्ं’ अर्थात वृक्षों में मैं पीपल का पेड़ हूं। अश्वत्थ विवाह अर्थात पीपल या बरगद के वृक्ष से विवाह कराकर, विवाह के पश्चात उस वृक्ष को कटवा देना।
चूंकि यह प्रतीकात्मक विवाह होता है तो इसके लिए पीपल का छोटा पौधा भी उपयोग में लाया जा सकता है। परंतु ध्यान रहे कि कई बार अश्वत्थ विवाह केले, तुलसी, बेर आदि के पेड़ से भी करवाएं जाते हैं, जो शास्त्रसम्मत नहीं हैं।
Measures to be taken before marriage:
Kumbh Vivah, Vishnu Vivah and Ashwattha Vivah are the most prevalent remedies for Mangal Dosh for girls.
Ashwattha Vivah (Marriage with Peepal tree) – I am a Peepal tree written in the Gita, ‘Vrikshaanam Sakshat Ashwatthoham’. Ashwattha marriage means getting cut from that tree after marriage, by getting married to Peepal or Banyan tree.
Since this is a symbolic marriage, a small plant of peepal can also be used for this. But keep in mind that sometimes Ashwaththa marriages are also done with banana, basil, plum, etc. which are not scriptural.
विष्णु प्रतिमा विवाह – ये भगवान विष्णु की स्वर्ण प्रतिमा होती है, जिसका अग्नि उत्तारण कर प्रतिष्ठा पश्चात वैवाहिक प्रक्रिया संकल्पसहित पूरी करना शास्त्रोक्त है।
कुंभ विवाह
इसी तरह किसी कन्या के मंगल दोष होने पर उसका विवाह भगवान विष्णु के साथ कराया जाता है। इस कुंभ या कलश में विष्णु स्थापित होते हैं।
लड़कों के लिए मंगलदोष शमन के उपाय :
जब चंद्र-तारा अनुकूल हों, तब तथा अर्क विवाह शनिवार, रविवार अथवा हस्त नक्षत्र में कराना ऐसा शास्त्रमति है। मान्यता है कि किसी भी जातक (वर) के कुंडली में इस तरह के दोष हों, तो सूर्य कन्या अर्क वृक्ष से विवाह करना, अर्क विवाह कहलाता है। मान्यता है कि अर्क विवाह से दाम्पत्य सुखों में वृद्धि होती है और वैवाहिक विलंब दूर होता है।
निम्न 21 नामों से मंगल की पूजा करें।
- ऊँ मंगलाय नम:
- ऊँ भूमि पुत्राय नम:
- ऊँ ऋण हर्वे नम:
- ऊँ धनदाय नम:
- ऊँ सिद्ध मंगलाय नम:
- ऊँ महाकाय नम:
- ऊँ सर्वकर्म विरोधकाय नम:
- ऊँ लोहिताय नम:
- ऊँ लोहितगाय नम:
- ऊँ सुहागानां कृपा कराय नम:
- ऊँ धरात्मजाय नम:
- ऊँ कुजाय नम:
- ऊँ रक्ताय नम:
- ऊँ भूमि पुत्राय नम:
- ऊँ भूमिदाय नम:
- ऊँ अंगारकाय नम:
- ऊँ यमाय नम:
- ऊँ सर्वरोग्य प्रहारिण नम:
- ऊँ सृष्टिकर्त्रे नम:
- ऊँ प्रहर्त्रे नम:
- ऊँ सर्वकाम फलदाय नम: